शादी के कितने गुण मिलने चाहिए?
विनोद सोनी पोद्दार ने बताया कि एक सफल शादी Successful marriage tips) के लिए कम से कम कुंडली के 28 गुण मिलने जरूरी होते है। पंडित जी बताते हैं कि, पंडित जी कहते हैं, “कुंडली में गण के 6, गृहमैत्री के 5 , नाड़ी के 8, वैश्य के 2, वर्ण का 1, योनी के 4, तारा के 3 और भकूट के 7 गुणों को मिलाकर टोटल 36 गुण होते हैं।
विवाह के लिए कुंडली मिलान कैसे करें?
कुंडली मिलान कैसे करें ? आप शादी से पहले किसी ज्योतिष की मदद से कुंडली मिलान करवा सकते हैं। इसके लिए आपको वर-वधु का नाम, उनकी जन्म की तिथि, जन्मस्थान और जन्म का समय ज्योतिष को बताना होगा। ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत आपकी जन्म से जुड़ी हुई जानकरी जैसे तिथि, समय और स्थान की मदद से कुंडली बनते हैं।
नाम से कुंडली कैसे मिलाई जाती है?
कुंडली मिलान की इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया में विवाह के लिए प्रस्तावित दोनों वर और कन्या के नाम की मदद से यह ज्ञात किया जाता है कि आपस में उनके कितने गुण एक दूसरे से मेल खाते हैं। जिसके बाद उन्हीं गुणों के आधार पर यह तय किया जाता है कि उनका वैवाहिक जीवन कैसा होने वाला है।
नाम से कुंडली मिलान कैसे किया जाता है?
कुंडली मिलान की इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया में विवाह के लिए प्रस्तावित दोनों वर और कन्या के नाम की मदद से यह ज्ञात किया जाता है कि आपस में उनके कितने गुण एक दूसरे से मेल खाते हैं। जिसके बाद उन्हीं गुणों के आधार पर यह तय किया जाता है कि उनका वैवाहिक जीवन कैसा होने वाला है।
उत्तम व्यक्ति के क्या क्या गुण होते हैं?
नियमों के अनुकूल किया गया काम ही सदाचार कहलाता है, जैसे—सत्य बोलना, सेवा करना, विनम्र रहना, बड़ों का आदर करना आदि। ये उत्तम चरित्र के गुण हैं। जिस व्यक्ति के व्यवहार में ये गुण होते हैं, वह सदाचारी कहलाता है।